Today News : हाल ही में सोशल मीडिया पर एक खबर चर्चा में रही, जिसमें कहा जा रहा था कि भारतीय उद्योगपति और टाटा संस के चेयरमैन रह चुके रतन टाटा ने अफगानिस्तान के प्रसिद्ध क्रिकेटर राशिद खान को 10 करोड़ रुपए राशि उपहार के रूप में दी है। इस खबर के वायरल होते ही चर्चा का बाजार गरम हो गया। लोगों ने इसे विभिन्न प्रकार से देखा और अपनी-अपनी राय व्यक्त की। रतन टाटा, जो कि अपने उदार और सामाजिक कार्यों के लिए जाने जाते हैं, ने खुद इस मामले पर सफाई देने के लिए सोशल मीडिया एक्स पर एक पोस्ट किया। उन्होंने इस पोस्ट में विस्तार से बताया कि क्या हुआ और इसके पीछे का सच क्या है।
स्वयं रतन टाटा ने एक्स पर पोस्ट कर दी जानकारी
सोशल मीडिया पर वायरल हो रही इस खबर ने जहाँ एक ओर सभी को चौंका दिया, वहीँ दूसरी ओर इसने लोगों को यह सोचने पर भी मजबूर किया कि आखिर क्यों एक भारतीय कारोबारी ने एक अफगानी क्रिकेटर को इतनी बड़ी राशि देने का फैसला किया। इस पूरे प्रकरण में रतन टाटा का क्या कहना है, यह भी एक बड़ा सवाल बन गया है। राशिद खान ने अपने क्रिकेट करियर में अब तक जो प्रदर्शन किया है, उसे देखते हुए यह कहना गलत नहीं होगा कि उन्होंने अपने देश का नाम रोशन किया है और शायद यही वजह हो सकती है कि रतन टाटा ने उन्हें यह राशि देने का फैसला किया हो। आइये जानते है वायरल खबर का पूरा सच।
रतन टाटा, टाटा संस के पूर्व चेयरमैन और भारत के प्रमुख व्यापारी, ने हाल ही में अपने आधिकारिक एक्स (पूर्व में ट्विटर) अकाउंट पर एक महत्वपूर्ण संदेश साझा किया है। उन्होंने इस संदेश में स्पष्टता की है कि उनके नाम से सोशल मीडिया पर वायरल हो रही खबरें झूठी हैं और उन्होंने अफगानिस्तान के क्रिकेटर राशिद खान को 10 करोड़ रुपये नहीं दिए हैं। उन्होंने यह भी जोड़ा कि जब तक किसी भी खबर की पुष्टि उनके आधिकारिक प्लेटफॉर्म से नहीं होती, तब तक उस पर विश्वास नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने उन लोगों की निंदा की, जो झूठी खबरों को फैला रहे हैं और उन्होंने सभी से अपील की है कि वे ध्यान से और सतर्कता से इस तरह की झूठी खबरों को पहचानें। उनके द्वारा किया गया ट्वीट आप नीचे पढ़ सकते हैं।
सोशल मीडिया के इस दौर में, जहाँ एक ओर तो लोगों को खबरें तेजी से पहुँच रही हैं, वहीं दूसरी ओर फर्जी खबरों का प्रसार भी उतनी ही तेजी से हो रहा है। Ratan Tata द्वारा Rashid Khan को रकम दिए जाने की खबर भी इसी तरह की एक खबर थी, जो बिना किसी पुष्टि के सोशल मीडिया पर फैल रही थी। इसी तरह से राशिद खान पर आईसीसी द्वारा फाइन लगाने की खबर भी फैल रही है। हालांकि, इन दोनों ही खबरों की सत्यता की पुष्टि नहीं हो पाई है, और इसे फर्जी खबरों का हिस्सा माना जा सकता है।