PM Vishwakarma Yojana : जब भी हमें पैसों की जरूरत पड़ती है तो हम सबसे पहले बैंक की ओर ही भागते हैं। अमीरों को तो बैंक आसानी से लोन दे देता है लेकिन गरीबों को लोन मिलने में सैकड़ो समस्याएं आती हैं। सबसे पहले तो उनका सिबिल स्कोर देखा जाता है। इसके बाद जरूरी डोकोमेंट्स मांगते हैं। अंत में बैंक जैसे तैसे लोन देने तैयार भी हो जाता है तो बैंक द्वारा अनाब सनाव ब्याज बसूला जाता है। लेकिन अब आपको लोन के लिए टेंशन लेने की या बैंकों के आगे हाथ फैलाने की जरूरत नहीं है क्योंकि मोदी सरकार ने गरीब मजदूरों को बड़ा तोहफा देते हुए नई योजना लॉन्च कर दी है। जिसके तहत उन्हें सबसे कम ब्याज दर पर लोन दिया जाएगा। सरकार की ये नई योजना क्या और इसका लाभ किसे मिलेगा सब जानकारी लेख में आगे उल्लेखनीय की जा रही है।
PM Vishwakarma Yojana: गरीब मजदूरों के लिए लोन योजना
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा स्कीम को केंद्रीय कैबिनेट की मंजूरी प्राप्त हो गई है। इस स्कीम का उद्देश्य पारंपरिक कारीगरों, शिल्पकारों, बुनकरों, सुनारों, लोहारों, और कपड़े धोने वाले श्रमिकों के लिए है। इसके अंतर्गत, उपयुक्त उम्र और योग्यता रखने वाले आवेदकों को 3 लाख रुपये तक का ऋण प्रदान किया जाएगा। इस ऋण का भुगतान 5 प्रतिशत की रियायती ब्याज दर पर किस्तों में किया जाएगा। इस पहल का मुख्य उद्देश्य पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों को आर्थिक समर्थन प्रदान करना है ताकि उन्हें अपने कौशल पर आधारित व्यवसाय में सुधार करने का अवसर मिल सके।
पीएम मोदी ने दी योजना को हरी झंडी
पीएम मोदी ने लाल किले से “पीएम विश्वकर्मा स्कीम” की जानकारी दी है। इस योजना को 17 सितम्बर को लॉन्च किया जाएगा। जिसके तहत, सरकार ने 13,000 से 15,000 करोड़ रुपये की लागत से योजना का शुभारंभ कर रही है। इस स्कीम के तहत, शिल्पकारों को विभिन्न आर्थिक समस्याओं से निपटने के लिए आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी। इसके अंतर्गत, पहली किस्त में शिल्पकारों को एक लाख रुपये का लोन प्रदान किया जाएगा, जो उन्हें उनके व्यापारिक परियोजनाओं की शुरुआत के लिए मदद करेगा। दूसरी किस्त में, उन्हें दो लाख रुपये का लोन प्रदान किया जाएगा, जिससे उन्हें अपने व्यवसाय को बढ़ावा देने का अवसर मिलेगा। इस लोन की ब्याज दर 5 प्रतिशत होगी।
इन्हें मिलेगा योजना का लाभ
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना सरकार की महत्वपूर्ण पहल है इस योजना के तहत, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, ओबीसी, महिलाएं और कमजोर वर्ग के लोगों को विशेष प्राथमिकता दी जाती है, पीएम विश्वकर्मा योजना उन शिल्पकारों के लिए एक सुरक्षित और सुविधाजनक प्लेटफ़ॉर्म प्रदान करती है जो सोनार, मूर्तिकार, कुम्हार, बढ़ई और अन्य सार्वजनिक शिल्पों में काम करते हैं। यह योजना उन्हें उनके कौशल को बढ़ावा देने के साथ-साथ उनके उत्पादों की गुणवत्ता को भी बढ़ाने का अवसर प्रदान करती है। इसके माध्यम से, शिल्पकार वर्ग का आर्थिक स्थिति मजबूत होगा और उन्हें वैश्विक बाजार में भी एक मान्यता प्राप्त करने का अवसर मिलेगा।
योजना से जुड़ी खास बातें
इस योजना के अंतर्गत, नए कौशलों को विकसित करने के लिए विशेष ध्यान दिया जाएगा। यहाँ तक कि योजना द्वारा दिए जाने वाले टूल्स, क्रेडिट समर्थन और बाजार समर्थन के माध्यम से उन्हें सहायता प्राप्त होगी। इसके तहत, दो प्रकार की प्रशिक्षण दी जाएगी – पहली है बेसिक प्रशिक्षण और दूसरी है एडवांस प्रशिक्षण।
ट्रेनिंग के दौरान, प्रशिक्षुओं को रोजाना 500 रुपये की स्टाइपेंड भी प्रदान की जाएगी, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार हो सके। विकासशील टूल्स को खरीदने के लिए सरकार द्वारा 15,000 रुपये का सहायता भी प्रदान की जाएगी, जिससे कौशलों को उनके काम को बेहतर तरीके से सम्पादित करने के लिए आवश्यक सामग्री की उपलब्धता होगी।
इन सब के अलावा योजना के अंतर्गत तीन लाख रुपये तक के लोन की प्राप्ति का भी विकल्प होगा। हालांकि, इस ऋण पर 5% की अधिकतम ब्याज दर होगी। ये लोन दो किस्तों में दिया जाएगा। पहली किस्त में एक लाख रुपये और अगली में दो लाख रुपये तक का ऋण प्राप्त हो सकेगा। इसके साथ ही, योजना के तहत ब्रांडिंग और ऑनलाइन बाजार एक्सेस जैसे समर्थन के साथ प्रशिक्षुओं को व्यापारिक दुनिया में आगे बढ़ने में मदद मिलेगी।